पीपलकोटी। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने 444 मेगावाट विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना (वीपीएचईपी) के निर्माण में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। परियोजना के सर्ज शाफ्ट से पावर हाउस तक पेनस्टॉक स्टील लाइनर की इंस्टॉलेशन (स्थापना) प्रक्रिया का शुभारंभ हो गया है। यह कार्य परियोजना के हाइड्रो-मेकैनिकल सेक्टर के लिए अत्यंत अहम है और परियोजना को इसके कमीशनिंग के एक और कदम करीब लाता है।
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के उपलक्ष्य में परियोजना स्थल पर एक समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर परियोजना प्रमुख (वीपीएचईपी), अजय वर्मा, के.पी. सिंह (महाप्रबंधक, टीबीएम/सामाजिक एवं पर्यावरण), संजय ममगाईं (अपर महाप्रबंधक, हाइड्रो मेकैनिकल), रवीन्द्र सिंह राणा (एजीएम, ई एंड एम), बी.एस. पुंडीर (एजीएम, योजना एवं सुरक्षा), ए.के. श्रीवास्तव (अपर महाप्रबंधक, वित्त एवं लेखा), एस.पी. डोभाल (अपर महाप्रबंधक, पावर हाउस), अनिल नौटियाल (उप महाप्रबंधक, हाइड्रो मेकैनिकल),बी.डी भट्ट यतबीर सिंह चौहान सहित कई वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
इस अवसर पर परियोजना प्रमुख अजय वर्मा ने कहा कि पेनस्टॉक स्टील लाइनर की स्थापना केवल एक निर्माण कार्य नहीं है, बल्कि यह इस राष्ट्रीय महत्व की जल विद्युत परियोजना को साकार करने की दिशा में एक रणनीतिक प्रगति है। यह उपलब्धि हमारी टीम की अटूट प्रतिबद्धता, संकल्प और तकनीकी उत्कृष्टता को दर्शाती है। कहा कि इस महत्वपूर्ण कार्य से जुड़े सभी हितधारकों, विशेष रूप से हाइड्रो मेकैनिकल टीम, मेसर्स एचसीसी तथा मेसर्स पीईएस को उनके अथक प्रयासों और समर्पण के लिए हार्दिक बधाई देता हूँ। ऐसी उपलब्धियाँ हमें परियोजना की समयबद्ध कमीशनिंग की ओर प्रेरित करती हैं। वीपीएचईपी, न केवल स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन में योगदान देगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी नई गति प्रदान करेगा। टीएचडीसीआईएल, देश की ऊर्जा सुरक्षा एवं सतत विकास के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है।
यह उपलब्धि दुर्गम हिमालयी क्षेत्र में स्थित इस परियोजना के निर्माण में टीएचडीसीआईएल की दक्षता, प्रतिबद्धता और दूरदृष्टि को प्रमाणित करती है और भारत के नवीकरणीय ऊर्जा अभियान में इसकी प्रमुख भूमिका को रेखांकित करती है।
444 मेगावाट विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना में पेनस्टॉक स्टील लाइनर की इंस्टॉलेशन प्रक्रिया प्रारंभ
