संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के विवादित बयान पर जगह जगह दिखाई दिया विरोध
गुस्साए लोगों ने जगह जगह किया मंत्री प्रेमचंद्र का पुतला दहन
देहरादून। संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के विवादित बयान पर लोगों में भारी आक्रोश है।
ऋषिकेश में स्थानीय लोगों ने मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल की शव यात्रा निकल कर पुतला दहन किया तथा मंत्री के कैंप कार्यालय के बाहर लोगों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई. बता दें कि लोगों ने मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विरोध में कैंप कार्यालय तक विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद कैंप कार्यालय पर पहुंचने के लिए अड़े लोगों की बैरिकेडिंग पर पुलिस के साथ झड़प हुई. पुलिस ने गुस्साए लोगों को शांत करने का काफी प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने. पुलिस ने कैंप कार्यालय तक लोगों को नहीं जाने दिया तो लोग भड़क गए और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मंत्री प्रेमचंद को इस संबंध में माफी मांगनी चाहिए। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विवादास्पद बयान के बाद कांग्रेस का आक्रोश सड़कों पर देखने को मिला. देहरादून में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महामंत्री और राज्य आंदोलनकारी राजेंद्र शाह का कहना है कि प्रेमचंद अग्रवाल का बयान पहाड़ के लोगों के लिए अपमानजनक है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ सदन में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल इस तरह के बयान दे रहे हैं, दूसरी तरफ विधानसभा अध्यक्ष उनको चुप कराने की बजाय कांग्रेस के विधायकों को ही चुप रहने के लिए कह रही हैं. उससे भी दुखद पहलू यह है कि बदरीनाथ विधानसभा से विधायक लखपत बुटोला जब अपनी बात रखना चाहते थे, तब विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें भी जबरदस्ती बैठा दिया. राजेंद्र शाह का कहना है दरअसल विधानसभा अध्यक्ष ने उत्तराखंड आंदोलन की पीड़ा को नहीं झेला है. इसलिए उन्हें नहीं पता कि इस आंदोलन में 42 से ज्यादा शहादतें देने के बाद उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ है. उन्होंने उत्तराखंड आंदोलन के इतिहास को जानने और राज्य गठन के लिए 42 शहादतों को समझने की सलाह दी है. शाह का कहना है कि कैबिनेट मंत्री के इस बयान को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।