बद्रीनाथ धाम में पुलिस की ईमानदारी: तीर्थयात्रियों के खोए हुए पर्स सकुशल लौटाए गए।
बद्रीनाथ। गुजरात से आए जागृति बेन अनिल कुमार का मंदिर परिसर में पर्स कहीं गिर गया था। इस पर्स में ₹3500 की नकदी, दो आधार कार्ड और एक मोबाइल फोन रखा हुआ था। पर्स मंदिर परिसर में ड्यूटी पर तैनात उपनिरीक्षक दिनेश रावत को मिला। दिनेश रावत ने बिना किसी देरी के पर्स को बद्रीनाथ धाम स्थित कंट्रोल रूम में जमा करा दिया। कंट्रोल रूम द्वारा आवश्यक कार्यवाही के बाद, इस पर्स को सुरक्षित रूप से जागृति बेन अनिल कुमार को सुपुर्द कर दिया गया, जिससे उन्होंने राहत की सांस ली।
इसी प्रकार का एक और मामला गोरखपुर निवासी अनंत लाल के साथ हुआ। अनंत लाल का पर्स भी मंदिर परिसर में खो गया था। उनके पर्स में ₹10000 की नकदी, एक मोबाइल फोन और कुछ अन्य महत्वपूर्ण कागजात थे। यह पर्स भी उपनिरीक्षक दिनेश रावत को ही मिला। रावत ने पुनः अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए इस पर्स को भी तत्काल कंट्रोल रूम में जमा कराया। कंट्रोल रूम के माध्यम से श्री अनंत लाल को उनके खोए हुए महत्वपूर्ण सामान सहित पर्स सकुशल लौटा दिया गया।
उपनिरीक्षक दिनेश रावत की ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ-साथ बद्रीनाथ धाम कंट्रोल रूम के कुशल प्रबंधन की बदौलत इन दोनों तीर्थयात्रियों को बड़ी परेशानी से मुक्ति मिली। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि बद्रीनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहायता के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद और समर्पित है। पुलिस के ऐसे कार्य न केवल यात्रियों में विश्वास जगाते हैं, बल्कि देवभूमि की पवित्रता में चार चांद लगाते हैं।